मेहनत की है मैनें,
अब रुकूंगा नहीं,
माना मंज़िल दूर है,
लेकिन निशाने से चूकुंगा नहीं।
मेरा नाम जानने की,
कोशिश ना करो ,
मैं अनजान ही सही,
लेकिन रास्ते बनाऊंगा ज़रूर।
मेरा हौंसला चाहे,
दीप ही सही,
मशाल बनाकर प्रकाश,
फैलाऊंगा ज़रूर।
समय से वादा है मेरा,
प्रतीक्षा करना मेरी,
वकत बेशक लगे,
वापस आऊंगा ज़रूर
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